Surma Lagane Ki Dua | आंखों में सुरमा लगाने की दुआ

अस्सलामु अलैकुम दोस्तों, आज की पोस्ट में सूरमा लगाने की दुआ और इसका सुन्नत तरीका पर चर्चा करने वाले है हदीस की रौशनी में जिसमे सुरमा के हवाले सभी सवालो का जवाब मिल जायेगा।

आँखों में सुरमा लगाने का बहुत सी फायदे जिसमे आपकी नज़र तो तेज़ होती है उसके साथ आपकी बाल (Hair) भी बढ़ता (ग्रोथ) है। इसके अलावा निचे आपको पढ़ने को मिलेगा।

आप सभी से एक गुजारिश है की इस पोस्ट को शुरू से आखिर तक जरुर पढ़े और अपने दोस्त के साथ भी शेयर करे।

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सूरमा का मतलब क्या होता है?

‘सूरमा’एक उर्दू ज़ुबान का लफ्ज़ है जिसे अरबी ज़ुबान में इसे ‘कोल’ कहते हैं। अँग्रेज़ी में इसे ‘कॉलिरियम’ और ‘एंटीमनी’कहते हैं और आँहदीस में इसके लिए ‘इस्मिद’ का लफ्ज़ इस्तेमाल किया गया है।

सूरमा लगाने की दुआ

नाज़रीन सुरमा लगाना सुन्नत से साबित है यानि हमारे नबी सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम सुरमा लगाया करते थे खास करके जुम्मा के दिन और ईद और बकरीद के दिन।

इसीलिए हम लोगो को भी चाहिए की जब भी सुरमा लगाए तो सूरमा लगते वक्त की दुआ जरुर पढ़े जिससे आपको दो फायदा होगा जिसमे पहला सुन्नत पर अमल भी हो जायेगा और दूसरा दुआ पढ़ने का सवाब भी मिल जायेगा।

इस दुआ को पढ़ने का सबसे अच्छा तरीका यह है की जब भी सुरमा लगाए तो लगते हुए अपने मन में भी सूरमा की दुआ जो निचे दिया गया है वह पढ़े।

सूरमा लगाने की दुआ हिंदी में

अल्लाहुम्मा मत्ती’अ नी बिस्सम’इ वल ब-स-री

आँखों में सुरमा लगाने की दुआ तर्जुमा के साथ

ऐ अल्लाह! मुझे सुनने और देखने से फायदा उठाने वाला बना।

सूरमा लगाने की दुआ अंग्रेजी में

Allahumma matti’i ni bissam’i wal b-s-ri

सूरमा लगाने का सुन्नत तरीका

सुरमा लगाने का तरीका जो नबी (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) से साबित है जो कुछ यु है की: सुरमा ताक मर्तबा लगाना चाहिए मतलब विषम (Odd) लगाया चाहिए।

अबू हुरैरह रदी अल्लाहु ‘अन्हु कहते हैं के नबी अकरम ﷺ ने फरमाया जो शख्स सुरमा लगाए तो ताक़ ता’अदद में लगाए, अगर ऐसा करेगा तो बेहतर होगा, और अगर ना किया तो हर्ज की बात नही” सुनन इब्न मज़ाह हदीस 3498

नबी अकरम ﷺ जब सुरमा लगाते तो सबसे पहले दाहिने आंख में तिन मर्तबा और बाए आंख में दो मर्तबा लगाते जो पांच बार होता और पांच विषम (odd) संख्या होती है।

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सूरमा लगाने के फायदे

सुरमा लगाने के फायदे यह है की सुरमा आंखों को कई तरह की बीमारियों से भी बचाता है साथ ही सुरमा आंखों व चेहरे की खूबसूरती बढ़ाता ही है। कई इसे आंखों की दवाई के लिए प्रयोग करते हैं। आंखों में मोतियाबिंद, सबलबाई, रतौंधी, नाखूना,पानी आने समेत कई प्रकार की बीमारियों के उपचार के लिए कई तरह के सुरमा हैं।

सुरमा किस प्रकार का होता है?

बहुत सारे हमेशा काले रंग का सुरमा इस्तेमाल किये है तो उन्हें लगता है की यह सिर्फ एक ही प्रकार के होते है लेकिन ऐसा नहीं है। पता दें कि सुरमा दो तरह के होते हैं, पहला सफेद सुरमा और दूसरा काला सुरमा। जिसे महिलाएं और मर्द अपनी पसंद के हिसाब से लगाना पसंद करती हैं।

सूरमा लगाना आंखों के लिए अच्छा है

जी बिलकुल अच्छा है क्युकी इससे आँखों में होने वाले बहुत सारी बिमारियों से बचाता है खास मोतियाबिंदी, रतौंधी, रोशिनी तेज़ होना जैसी फायदा है।

आंखों में सुरमा लगाने से क्या होता है?

जब आँखों में सुरमा लगाया जाता है तो आपकी आँख में दंडक महसूस होती है उसी के साथ आँखों की रोशिनी भी तेज़ होती है और बाल भी बढ़ता है।

मुसलमान आंखों में सूरमा क्यों लगाते हैं?

मुस्लमान आँखों में सुरमा बहुत सी कारण की वजह से लगाते है जिसमे पहला वजह ये है की नबी सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम की सुन्नत है और दूसरा इसका आँखों से मुताल्लिक बहुत सारी फायदा है जो ऊपर बताया गया है।

क्या मैं रोजाना सुरमा का इस्तेमाल कर सकता हूं?

जी बिलकुल आप रोजाना सुरमा का इस्तेमाल कर सकते है इसमें कोई हर्ज़ है। क्युकी हमारे प्यारे नबी मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम रात को “इस्माद’ का सुरमा लगाया करते थे।

क्या सुरमा सिर्फ महिलाए लगाती है?

यह एक गलतफेमि है क्युकी सुरमा मर्द और औरत दोनों लगा सकती है क्युकी हमारे नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम खुद लगते थे इससे ज्यादा और क्या सबूत चाहिए।

आप दोस्तों निचे कमेंट में बताय की यह दुआ आप सभी को कैसा लगा और इसी तरह का जानकारी सीखना चाहते है तो कमेंट में माशाल्लाह जरुर लिखे।

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