अस्सलामु अलैकुम नाज़रीन आज के इस पैगाम में बहुत ही खुबसूरत अज्कार बीमार के लिए दुआ यानि बीमार शख्स को देखने की दुआ के बारे में जानने और सीखने को मिलने वाला है।
आपके सहूलियत के लिए सभी दुआ को पहले अरबिक में बताऊंगा भी हिंदी और इंग्लिश शब्द में बताऊंगा जिससे आप दुआ की उचारण में गलती ना कर पाए।
इस पोस्ट में एक नहीं बलके दो दुआ बताने वाला हूँ क्युकी बीमार की अयादत के हवाले से बहुत सारे हदीसो में दुआ बताया गया है। जो अल्लाह के नबी सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम पढ़ा करते थे।
लेकिन ज्यादा दुआ बताने से याद करने में परेशानी होने लगती है इसलिए आज सिर्फ दो दुआ को बताने वाला हूँ जो बहुत ही ज्यादा पढ़ी जाने वाली दुआ है।
यहाँ मरीज़ से मुराद यह है की आप सभी के फॅमिली में कोई शख्स बीमार हो या गाँव मोहल्ला में कोई बीमार हो, तो जब उनको देखने के लिए जाए तो बीमार की आयादत की दुआ पढ़ी जाती है।
इसी तरह कोई शख्स हॉस्पिटल में और उसको देखने जाए तो निचे बताये हुए दोनों दुआ में से कोई भी एक या दोनों पढ़ सकते है।
मरीज़ के लिए दुआ पढ़ना यह नबी (ﷺ) की सुन्नत है
नाज़रीन यहाँ पर जितने भी दुआ बताने जा रहा हूँ सभी को कुरान या हदीस के हवाले देकर बताऊंगा। जिससे आपको मजीद इत्मिनान हो जाए की यह दुआ सही हदीस से साबित है।
बीमार के लिए दुआ
यह सबसे पहली बीमार की अयादत वाली दुआ है और जो सबसे छोटी है जिसको याद करना बेहद ही आसान है।
لَابَأْسَ طُہُوْر اِنْ شَآ ئَ اللّٰہ
ला-बासा तहूरुन इनशाल्लाह
Laa ba’sa tahoorun ‘inshaa’Allaah.
तर्जुमा:- कोई डर नहीं इंशाअल्लाह, ये बीमारी गुनाहों से पाक करने वाली है।
बीमार आदमी को देखने की दूसरी दुआ
अल्लाह के नबी मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया है की जो शख्स इस दुआ को बीमार शख्स के ऊपर पढ़ता है तो बीमार शख्स फिर से सेहत वापस आ जायेगा।
और अगर उस सख्स की मौत हो जाती है तो यह एक अलग मसला है क्युकी मौत अल्लाह की तरफ के मुकरर है, कोई भी इसको रोक नहीं सकता है
أَسْأَلُ اللَّهَ الْعَظِيمَ رَبَّ الْعَرْشِ الْعَظِيمِ أَنْ يَشْفِيَكَ
अस-अलुल-लाहल अज़ीम रबबल अरशिल अज़ीमी अन यशफीयक
As’alullaahal-‘Adheema Rabbal-‘Arshil-‘Adheemi ‘an yashfiyaka.
तर्जुमा:- मै अरसे अज़ीम बड़े अर्श का रब उससे आपकी सेहत के लिए सवाल करता हूँ के तुझे शिफ़ा दे।
नाज़रीन इसी तरह का इस्लामिक मसनून दुआ सीखना चाहते है तो इस वेबसाइट को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे जिससे उनको भी इस्लामिक जानकारी सीखने को मिले। खुदा हाफिज!!