4 Rakat Farz Namaz Padhne ka Tarika | 4 रकात फ़र्ज़ नमाज़ पढ़ने का तरीका

अस्सलामु अलैकुम नाज़रीन आज मैं आपको 4 रकात फ़र्ज़ नमाज़ कैसे पढ़ते हैं इसके बारे में बताऊंगा। हम सबको मालूम ही है की चार रकात नमाज़ फ़र्ज़, ज़ोहर की नमाज़, असर की नमाज़ और ईशा की नमाज़ में पढ़ी जाती है। इसको पढ़ने के बाद इंशाअल्लाह आप हर 4 रकात फ़र्ज़ नमाज़ पढ़ना सीख जायेंगे।

namaz-3

4 रकअत नमाज़ फ़र्ज़ की नीयत कैसे करते हैं

हर नमाज़ की नीयत लगभग एक ही जैसे होती हैं बस आपको कौन सी नमाज़ पढ़ रहे हैं, सुन्नत पढ़ रहे हैं या फ़र्ज़ नमाज़ उसी को बदलना हैं,

चलो हम आपको बताते हैं की 4 रकअत नमाज़ फ़र्ज़ की नीयत कैसे करते हैं ।

हर फ़र्ज़ / सुन्नत की नीयत को इसी तरह करना हैं बस जिस वक़्त की नमाज़ पढ़ रहे हैं उसे कहना हैं। हमने आपकी आसानी के लिए उस शब्द को लाल कलर का कर दिया है जिसे आपको हर नमाज़ में बदलना पड़ेगा बाकी सब कुछ ऐसे ही होगा।

सबसे पहले आप नमाज़ की नीयत करने की दुआ को पढ़ेंगे।

फिर कहेंगे की नीयत करता हु मैं 4 रकअत नमाज़ फ़र्ज़ वक़्त ज़ोहर, रुख मेरा काबा शरीफ की तरफ पीछे इस इमाम के वास्ते अल्लाह ताला के अल्लाहु अकबर कहते हुए दोनों हाथ को कान के तालु तक उठाकर बाँध लें। अब आपकी नमाज़ की नीयत हो गयी हैं।

4 रकात नमाज़ फ़र्ज़ पढ़ने का तरीक़ा

पहली रकात नमाज़ फ़र्ज़

फ़र्ज़ नमाज़ की नीयत करेंगे।

सना दुआ को पढ़ेंगे (सुबहानाकल्ला हुम्मा)

तस्मिया पढ़ेंगे (अउजू बिल्लाहि मिनश शैतान निर्रज़ीम 2. बिस्मिल्लाही र्रहमानिर रहीम .)

सूरह फातिहा को पढ़ेंगे

क़ुरान मजीद की कोई एक सूरह पढ़े। ( चारो कुल या क़ुरान शरीफ की सबसे छोटी सूरह को भी पढ़ सकते हैं )

अल्लाहु अकबर कहते हुए रुकू में चले जाये फिर 3 या 5 मर्तबा सुबहाना रब्बियल अज़ीम पढ़े फिर समिल्लाहु लिमन हमीदा कहते हुए खड़े हो जाये फिर खड़े रहते हुए ही रब्बना लकल हम्द कहे,

अल्लाहु अकबर कहते हुए सजदे में चले जाये

सज़दे की तस्बीह 3 या 5 बार पढ़े

सजदे की दरमियान की दुआ को पढ़े (अल्लाहुम्मग्फिरली वरहमनी वहदीनी वअ-फिनी वरज़ुक-नी वज़बुर-नी वर्फा-नी)

दोबारा सजदे में जाए

अल्लाहु अकबर कहते हुए खड़े हो जाये

अब आपकी एक रकअत नमाज़ हो गयी हैं

दूसरी रकात नमाज़ फ़र्ज़

दूसरी रकात नमाज़ शुरू करने के लिए 3 से 10 स्टेप को फॉलो करें।

पहले रकअत की तरह पढ़ने के बाद इस बार सजदा पूरा करने के बाद आपको अल्लाहु अकबर कहते हुए बैठे रहना हैं।

तशहुद पढ़े

अत्तहिय्यत या तशहुद पढ़ने के बाद फिर से खड़े हो जाये

अब आप की दो रकात नमाज़ ए सुन्नत पुरी हो गयी है

तीसरी रकात फ़र्ज़ नमाज़

तीसरी रकात में सूरह फातिहा पढ़ने के बाद आपको रुकू में चले जाना है उसके बाद रुकू सज़दा पूरा करने के बाद खड़े हो जाना है .

अब आपकी 4 रकात नमाज़ फ़र्ज़ की 3 रकअत नमाज़ हो गयी है।

namaz-3-2

चौथी रकात फ़र्ज़ नमाज़

चौथी रकात को पढ़ने के लिए आपको तीसरी रकात की ही तरह पढ़ना है, इस बार सज़दा करके बैठ जाना है

तशहुद पढ़े

दरूद शरीफ पढ़े

दुआ ए मासुरा को पढ़े

दाए तरह मुंडी घूमते हुए बोले अस्सलामुअलैकुम वरहमतुल्लाह

बाए तरफ मुंडी फेरते हुए कहे अस्सलामुअलैकुम वरहमतुल्लाह

इस तरह करने के बाद अब आपकी 4 रकात फ़र्ज़ नमाज़ पूरी हो गयी है अब नमाज़ पढ़ने के बाद तस्बीह को पढ़ सकते हैं।

Leave a Comment