13 Short Namaz Ki Surah in Hindi | 13 छोटी नमाज़ की सूरह हिंदी में

अस्सलामु अलैकुम नाज़रीन क्या आप नमाज़ पढ़ने के लिए कुरान की छोटी नमाज़ के सूरह की तलाश कर रहे है जहाँ से सिखने को मिले तो बिलकुल सही जगह पर आये है.

बहुत बार देखा गया है की कुछ लोग सुरह याद नहीं होने पर नमाज़ नहीं पढ़ते है लेकिन ये बिलकुल गलत है क्युकी नमाज़ किसी भी सूरत में माफ़ नहीं है चाहे कुरान की एक सुरह ही याद क्यों न हो.

लेकिन अगर किसी शख्स को एक से ज्यादा सुरह याद नहीं है या Namaz ki Short Surah की तलाश कर रहे है जो आसानी से याद हो जाए या बार बार नमाज़ पढ़ते वक़्त एक सुरह को नहीं पढ़ना पड़े.

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बलके हर नमाज़ में अलग आलग सुरह पढ़े तो बिलकुल सही जगह पर आ गए है क्युकी आज की पोस्ट में 13 Short Surah in Hindi में बताने वाले है जिसको आसानी से याद कर सकते है.

13 छोटी नमाज के सूरह हिंदी में

यूँ तो कुरान की कोई भी आयत और सूरत नमाज़ में पढ़ा जाता है लेकिन सब को कुरान याद नहीं होता है इसीलिए उनको चाहिए जो कुरान की Short Surah है उसे याद करे.

यहाँ पर नमाज़ के सूरह यानि जो सबसे ज्यादा नमाज़ में पढ़ी जाने वाला सुरह बताया जा रहा है जिसे सभी मुस्लमान को याद होना चाहिए. जिससे हर अलग अलग रकात में नया नया सूरत मिला सके.

  • Surah Fatiha (सुरह फातिहा)
  • Surah Qadr (सुरह क़द्र)
  • Surah Al Asr (सुरह अल असर)
  • Surah Feel (सुरह फील)
  • Surah Quraish (सुरह कुरैश)
  • Surah Maun (सुरह अल माऊन)
  • Surah Kausar (सुरह अल कौसर)
  • Surah Kafirun (सुरह काफिरून)
  • Surah Nasr (सुरह अन नस्र)
  • Surah Lahab (सुरह अल लहब)
  • Surah Ikhlas (सुरह इखलास)
  • Surah Falaq (सुरह फलक)
  • Surah Naas (सुरह नास)

सूरह फातिहा हिंदी में

अल्हम्दुलिल्लहि रब्बिल आलमीन.

अर रहमा निर रहीम.

मालिकि यौमिद्दीन.

इय्याक न अबुदु व इय्याका नस्तईन.

इहदिनस् सिरातल मुस्तक़ीम.

सिरातल लज़ीना अन अमता अलय हिम.

गैरिल मग़दूबी अलय हिम् व लद दाालीन.

सूरह फातिहा तर्जुमा हिंदी में

तारीफ़ अल्लाह ही के लिये है जो तमाम क़ायनात का रब है।

रहमान और रहीम है।

रोज़े जज़ा का मालिक है।

हम तेरी ही इबादत करते हैं, और तुझ ही से मदद मांगते है।

हमें सीधा रास्ता दिखा।

उन लोगों का रास्ता जिन पर तूने इनाम फ़रमाया

जो माअतूब नहीं हुए, जो भटके हुए नहीं है।

सूरह अल क़द्र हिंदी में

इन्ना अनज़ल नाहु फ़ी लैलतिल कद्र

वमा अदरा कमा लैलतुल कद्र

लय्लतुल कदरि खैरुम मिन अल्फि शह्र

तनज़ ज़लूल मला इकतु वररूहु फ़ीहा बिइज़्नि रब्बिहिम मिन कुल्लि अम्र

सलामुन हिय हत्ता मत लइल फज्र

सूरह अल क़द्र तर्जुमा हिंदी में

हम ने कुरान को शबे क़द्र में उतारा है

और आप को मालूम है कि शबे क़द्र क्या है ?

शबे क़द्र हज़ार महीनों से बेहतर है

जिस में फ़रिश्ते रूहुल क़ुदुस (जिबरईल अलैहिस सलाम) अपने रब की इजाज़त से हर हुक्म को लेकर उतरते हैं

ये रात सरापा सलामती है, जो सुबह होने तक रहती है

सूरह अल अस्र हिंदी में

वल अस्र.

इन्नल इनसाना लफ़ी खुस्र.

इल्लल लज़ीना आमानू वा आमिलुस सालीहाती.

वता वासव बिल हक्क.

वता वासव बिस सब्र.

सूरह अल असर तर्जुमा हिंदी में

दिन के ढल जाने की कसम

बेशक इंसान बहुत ही घाटे में है

मगर जो लोग ईमान लाए और नेक अमल किए

और हक़ पर कायम रहने की

और सब्र करने की आपस के वसीयत करते रहे।

सूरह फील इन हिंदी

अलम तरा कैफा फअला रब्बुका बि अस हाबिल फील

लम यज अल कैदहूम फ़ी तजलील

व अरसला अलैहिम तैरन अबाबील

तरमीहिम बि हिजारतिम मिन सिज्जील

फजा अलहुम का अस्फिम माकूल

सूरह फील तर्जुमा हिंदी में

क्या आपने नहीं देखा कि आपके रब ने हाथी वालों के साथ क्या सुलूक किया

क्या अल्लाह ने उन की साज़िश को मिट्टी में मिला कर उनको नाकाम नहीं बना दिया?

और अल्लाह ने उन पर परिंदों के झुंड के झुंड भेजें

परिंदों ने उन पर ऐसे पत्थर बरसाए कि वो पकी हुई मिट्टी की तरह हो गए

फिर उन्हें खाए हुए भूसे की तरह पामाल कर दिया

सूरह कुरैश हिंदी में

लि ईलाफि कुरैश

इलाफिहिम रिहलतश शिताई वस सैफ

फल यअ’बुदू रब्बा हाज़ल बैत

अल्लज़ी अत अमहुम मिन जूअ व आमनहुम मिन खौफ

सूरह कुरैश तर्जुमा हिंदी में

क़ुरैश के स्वभाव बनाने के कारण,

उनके जाड़े तथा गर्मी की यात्रा का स्वभाव बनाने के कारण,

उन्हें चाहिये कि इस घर (काबा) के आका की इबादत करें,

जिसने उन्हें भूख में खिलाया तथा डर से निडर कर दिया.

सूरह अल मौन हिंदी में

अ-रऐतल्लज़ी युकज्जिबु बिद्दीन

फ़ज़ालिकल्लज़ी यदु अल्-यतीम

वला यहुज्जु अला तआमिल मिस्कीन

फवैलुल् लिल्-मुसल्लीन

अल्लज़ी-न हुम अन् सलातिहिम् साहून

अल्लज़ी-न हुम् युराऊ-न

व यम नऊनल माऊन

सूरह अल मौन तर्जुमा हिंदी में

क्या आप ने उस शख्स से देखा, जो जजा और सज़ा के दिन को झुटलाता है

ये वही तो है जो यतीम को धक्के देता है

और मुहताज को खाना खिलाने पर नहीं उभारता

तो ऐसे नमाज़ पढने वालों के लिए बर्बादी है

जो अपनी नमाज़ से गाफिल रहते हैं

जो दिखावा करते हैं

और जो मामूली चीज़ें देने में भी रुकावट डालते हैं

सूरह अल कौसर हिंदी में

इन्ना आतय ना कल कौसर

फसल्लि लिरब्बिका वन्हर

इन्ना शानिअका हुवल अब्तर

सूरह अल कौसर तरजुमा हिंदी में

ए रसूल हमने तुमको कौसर अता किया

तो तुम अपने परवरदिगार की नमाज़ पढ़ा करो और क़ुरबानी दिया करो

बेशक तुम्हारा दुसमन बेऔलाद बेनिसान रहेगा

सूरह काफिरुन हिंदी में

कुल या अय्युहल काफिरून

ला अ’अबुदु मा तअ’बुदून

वला अन्तुम आबिदूना मा अ’अबुद

वला अना आबिदुम मा अबद्तुम

वला अन्तुम आबिदूना मा अअ’बुद

लकुम दीनुकुम वलिय दीन

सूरह काफिरुन तरजुमा हिंदी में

(ऐ रसूल) तुम कह दो कि ऐ काफिरों!

तुम जिन चीज़ों को पूजते हो, मैं उनको नहीं पूजता

और जिस (ख़ुदा) की मैं इबादत करता हूँ उसकी तुम इबादत नहीं करते

और जिन्हें तुम पूजते हो मैं उनका पूजने वाला नहीं

और जिसकी मैं इबादत करता हूँ उसकी तुम इबादत करने वाले नहीं

तुम्हारे लिए तुम्हारा दीन मेरे लिए मेरा दीन

सूरह और नस्र हिंदी में

इजा जा अ नसरुल लाहि वल फतह

वर अयतन नास यद् खुलूना फ़ी दीनिल लाहि अफ्वाजा

फसब्बिह बिहम्दि रब्बिका वस्तग फिरहु इन्नहु कान तव्वाबा

सूरह और नस्र तर्जुमा हिंदी में

जब अल्लाह की मदद और फतह आ चुकी है

और तुमने अपनी आंखों से देख लिया कि इंसानों की फौज दर फौज अल्लाह के दीन में दाखिल होती जा रही है

बस अपने रब्ली हम्द के साथ तस्बीह बयान करो,और उससे मगफिरत मांगते रहो

बेशक वह तौबा क़ुबूल करने वाला है।

सूरह लहब हिंदी में

तब्बत यदा अबी लहबिव वतब्ब

मा अगना अन्हु मलुहू वमा कसब

सयसला नारन ज़ात लहब

वम रअतुहू हम्मा लतल हतब

फिजीदिहा हब्लुम मिम मसद

सूरह लहब तर्जुमा हिंदी में

अबू लहब के दोनों हाथ टूट जाएँ और वो हलाक हो जाये

न तो उसका माल उसके काम आया न तो उसकी कमाई

अब वो भड़कती आग में दाखिल होगा

और उसकी बीवी भी जो सर पर लकड़ियाँ लाद कर लती है

उसके गले में एक खूब बटी हुई रस्सी होगी

सूरह इखलास हिंदी में

कुल हुवल लाहू अहद

अल्लाहुस समद

लम यलिद वलम यूलद

वलम यकूल लहू कुफुवन अहद

सूरह इखलास तरजुमा हिंदी में

(ऐ रसूल) तुम कह दो कि ख़ुदा एक है

ख़ुदा बरहक़ बेनियाज़ है

न उसने किसी को जना न उसको किसी ने जना

और उसका कोई हमसर नहीं

सूरह फलक हिंदी में

कुल अऊजु बिरब्बिल फलक

मिन शर रिमा ख़लक़

वामिन शर रिग़ासिकिन इज़ा वकब

वमिन शर रिन नफ़फ़ासाति फ़िल उक़द

वमिन शर रिहासिदिन इज़ा हसद

सूरह फलक तरजुमा हिंदी में

(ऐ रसूल) तुम कह दो कि मैं सुबह के मालिक की

हर चीज़ की बुराई से जो उसने पैदा की पनाह माँगता हूँ

और अंधेरीरात की बुराई से जब उसका अंधेरा छा जाए

और गन्डों पर फूँकने वालियों की बुराई से

(जब फूँके) और हसद करने वाले की बुराई से

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सूरह नास हिंदी में

कुल अऊजु बिरब्बिन नास

मलिकिन नास

इलाहिन नास

मिन शर रिल वसवा सिल खन्नास

अल्लज़ी युवस विसु फी सुदूरिन नास

मिनल जिन्नति वन नास

सूरह नास तर्जुमा हिंदी में

(ऐ रसूल) तुम कह दो मैं लोगों के परवरदिगार

लोगों के बादशाह

लोगों के माबूद की (शैतानी)

वसवसे की बुराई से पनाह माँगता हूँ

जो (ख़ुदा के नाम से) पीछे हट जाता है जो लोगों के दिलों में वसवसे डाला करता है

जिन्नात में से ख्वाह आदमियों में से

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