Pani Peene ki Dua – पानी पीने से पहले बाद की दुआ हिंदी अंग्रेजी और अरबी में

अस्सलामु अलैकुम वरहमतुल्लाह वबरकाताहु  आज हम सभी मुसलमान भाइयों और बहनो के लिए पानी पीने की दुआ हिंदी में लेकर आएं है जिस तरह से खाने के समय उसका शुरू से आखिर तक एक सुन्नत तरीका होता है जिसका उसी तरह पानी पीने का भी सुन्नत तरीका होता है जिसको निचे सिखने को मिलने वाला है।

मै आप सभी से वादा करता हूँ की आज अगर कोई शख्स इस पोस्ट को शुरू से आखिर तक पढ़ लेता है तो उसको पानी पीने से पहले की दुआ और पानी पीने के बाद की दुआ भी याद हो जाएगा।

दोस्तों पानी पीना भी एक सवाब का काम है और जो शख्स पानी पीने के बाद अल्लाह की शुकुरिया अदा करता है उसको बहुत पसंद किया जाता है।

लेकिन आज के दौर में जहाँ सभी लोगो को कोई भी काम जल्दी होना या करना चाहिए वहां पर पानी पीने की दुआ पढ़ना कहाँ याद रहता है मगर ये बहुत अफ़सोस की बात है।

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हजरत इब्ने अब्बास (R.A) से रिवायत है की रसूलुल्लाह (S.A.W) ने फरमाया की “ऊँट की तरह पानी न पिया करो, और तीन सांस में पानी पियो और पीने से पहले बिस्मिल्लाह कहो फिर पीने के बाद अल्लाह की तारीफ करो।

अब चले सीख लेते है की पानी पीने से पहले और पीने के बाद क्या पढ़ते है, इसके क्या क्या फायदे होते है और इसी के साथ इसका तरीका क्या है।

जब अपने हाथ में ग्लास या कुछ चीज़ जिसकी मदद से पानी पि रहे है उसको पकड़ ले फिर ये दुआ पढ़े:

पानी पीने से पहले की दुआ हिंदी में

बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम।

तर्जुमा:- अल्लाह के नाम से शुरू जो बहुत मेहरबान रेहमत वाला है।

पानी पीने की दुआ अंग्रेजी में

Bismillah Hir Rahman Nir Rahim

तर्जुमा:- allaah ke naam se shuroo jo bahut meharabaan rehamat vaala hai.

पानी पीने की दुआ अरबी में

بسم اللہ حی الرحمٰن الرحیم۔

तर्जुमा:- اللہ کے نام سے شروع جو بڑا مہربان ہے۔

पानी पीने के बाद की दुआ

दोस्तों पानी पीने के बाद की दुआ एक नहीं बलके दो बताने जा रहा हूँ। जिसमे एक छोटा और दूसरा बड़ा जो आपको जल्दी याद हो जाए उसको याद कर ले। जब पानी पूरी तरह से बताये हुए सुन्नत तरीके को मानते हुए पिने के बाद ये दुआ पढ़े

पानी पीने की दुआ अरबी में

اَلْحَمْدُ لِلّٰهِ الَّذِیْ سَقَانَا عَذْبًا فُرَاتًا بِرَحْمَتِهٖ وَلَمْ یَجْعَلْهُ مِلْحًا اُجَاجًا بِذُنُوْبِنَا

पानी पीने के बाद की दुआ इन हिंदी

अल्हम्दुलिल लाहिल लज़ी सकाना अजबन फुरातम बि रहमतिही वलम यज अल्हु मिल्हन उजाजम बिजुनूबिना।

तर्जुमा:- तमाम तारीफें उस अल्लाह के लिए हैं जिस ने हमें मीठा और साफ़ शफ्फाफ़ पानी पिलाया और हमारे गुनाहों की वजह से खारा और कड़वा नहीं बनाया।

अगर किसी दोस्तों को यह दुआ याद नहीं है तो याद कर ले और अगर याद नहीं हो रहा है तो यह दुआ पढ़े:

हिंदी में दुआ:- अल्हम्दुलिल्लाही रब्बिल आलमीन

तर्जुमा- सब खुबियाँ अल्लाह के लिए जो सारे जहां का रब है।

पानी पीने का सही तरीका क्या है?

पानी पीने को इस्लाम में बहुत महत्व दिया गया है और इसे पीने का सुन्नत तरीका निम्न होता है:

  1. बैठकर पीना: पानी को बैठकर पीना सुन्नत होता है। इससे आपके शरीर के अंगों में मौजूद वायुओं का निकास होता है जो शरीर को स्वस्थ रखता है।
  2. तीन बार पीना: पानी को तीन बार पीना सुन्नत होता है। यह पानी में मौजूद दूषित पदार्थों को निकालने में मदद करता है और शरीर को स्वस्थ रखता है।
  3. बाएं हाथ से पीना: पानी को बाएं हाथ से पीना सुन्नत होता है। इससे आपके शरीर के अंगों में मौजूद वायुओं का निकास होता है जो शरीर को स्वस्थ रखता है।
  4. नाक में पानी जाने देना: पानी को पीते समय नाक में न जाने देना चाहिए। इससे आपके शरीर को नुकसान पहुंच सकता है।

इस्लाम में पानी पीने का सुन्नत तरीका ऊपर उल्लेखित तरीकों के अनुसार होता है।

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पानी पीने के फायदे

पानी पीने के फायदे आप सभी को बताने की वैसे जरुरत नहीं है क्युकी आपको बखूबी मालूम ही है की हमारे जीवन में पानी कितना अहम् होता है और इसका फायदा भी बेमिसाल होता है। लेकिन यहाँ कुछ फायदा निचे बताया जा रहा है।

  • शरीर हाइड्रेटेड रहता है
  • वजन कम करने में मदद मिलती है
  • स्किन के लिए अच्छा और डी-टॉक्सीकेशन करता है
  • इनडाइजेशन में गुनगुना पानी अच्छा मेटाबॉलिज्म को मजबूत बनाता
  • सिर दर्द दूर करेगा, बालों को हेल्दी रखेगा
  • इम्युनिटी बूस्टर और भूख लगने में मदद मिलती है

पानी पिलाने का हुक्म

इस पोस्ट में अभी तक खुद कैसे पानी पिए इसके बारे में बहुत कुछ जानकारी मिल गया लेकिन दुसरे को पानी पिलाने पर इस्लाम क्या कहता है इसको भी समझ लेना जरुरी है।

आप इतना समझ ले की पयसा हुआ इन्सान को पानी पिलाना बहुत सवाब का काम होता है और इसी के मुताल्लिक एक बहुत मशहुर हदीस है जो कुछ यु है “एक आदमी ने पियासे कुत्ते को पानी पिलाया था उस वजह से अल्लाह ता’अला ने उस को मुआफ़ कर दिया।

इसी तरह कुछ पानी पिलाने के लिए अदब भी सिख लिए जाए जिसमे सबसे पहला ये हुक्म है की सबसे पहले दायें तरफ वाले को पानी पिलाए।

जब किसी को पानी का बर्तन पकराये तो दाएं हाथ से दिया जाए और दाएं हाथ से ही पकड़ा जाए।

इसी के साथ जो शख्स पानी पिला रहा है उसको चाहिए की सबसे आखिर में पानी पिए।

दोस्तों पानी पीने की दुआ इस पोस्ट को पढ़ने से बहुत कुछ सिखने को जरुर मिला होगा जिसमे आपने हदीस की मदद से सीखा की पानी की दुआ पढ़ना क्यों जरुर है।

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