Rizq Ki Dua In Hindi | रिज्क की दुआ हिंदी में

अस्सलामु अलैकुम मेरे प्यारे अजिज भइओ बहनो अगर आप भी चाहते हैं की अल्लाह पाक आपको हलाल रिज़्क अता फरमाये, और आपके रिज़्क़, करोबार, दुकान में बरकत आए तो आप इन में से किसी भी दुआ को पढ़ सकते हैं।

एक बार आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम मदीने की गली से गुजर रहे थे आपने एक सहाबी को देखा जो की दुबले पतले और झोपड़ी में रहते थे। प्यारे नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने उनसे पूछा आपका घर और आपका ये हाल कैसे हुआ, सहाबा ने जवाब दिया जान भी बरबाद माल भी बरबाद।

उनकी बात सुंकर आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया फ़िक़र मत करो ये दुआ कसरत से पढ़ो सहाबा ने खैरो बरकत की दुआ को पढ़ना शुरू कर दिया । दो तीन महाने बाद प्यारे नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम फिर उसी गली से गुज़र रहे थे तो देखा की वो तो शान से रह रहे हैं और घोड़े पर बैठे हुए हैं और माशाल्लाह उनका घर भी आलीशान सा दिख रहा है।

प्यारे नबी ने पूछा तुम वही होना ? सहाबा ने जवाब दिया जी हां, उन्होंने कहा की आपने जो बरकत की दुआ बताई थी उसे पढ़ने से अल्लाह पाक ने मेरी जान और मेरे माल को मज़बूत बना दिया।

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आप ने फरमाया तुम ही नहीं हर वो इंसान जो इस दुआ को पढ़ेगा अल्लाह पाक उसके जान और माल दोनों को मज़बूत कर देंगे। यह दुआ इतनी बड़ी भी नही है आप इसे सुबाह में फज़र की नमाज़ के बाद 3 मर्तबा, दोपहर में जोहर के नमाज़ के बाद 3 मर्तबा, और शाम में भी असर की नमाज़ के बाद 3 मर्तबा पढ़ सकते हैं। आप इस दुआ को एक दिन दिन में 100 बार पढ़ सकते हैं। इस दुआ के शुरु और आखिर में दरूद शरीफ़ पढ़ सकते हैं।

बरकत की दुआ

आप बस अल्लाह पर भरोसा करके चंद दिन इसे कसरत से करें। इंशाअल्लाह अल्लाह पाक आपके हर खैरो बरकत मामले को दूर कर देंगे।

बरकत की दुआ इन अरबी

تَوَ کَّلٌٌٌتُ عَلَی الٌحَیِّ الَزِیٌ لاَ یَمُوٌتُ اَلٌحَمٌدُ لِلّٰہِ الَّزِیٌ لَمٌ یَتَّخِزٌ وَلَدًا اوَّ لَمٌ یَکُنٌ لَّہٗ شَرِیٌکُٔ فِی الٌمُلٌکِ وَلَمٌ یَکُنٌ لَّھُ وَلِیُّ مِنَ الذَّلِّ وَکَبِّرٌہُ تَکٌبِیٌرًا

बरकत की दुआ इन हिंदी

तवक्कलतू अललहय्या अल्लज़ी ला यमूतू अल्हम्दुलिल्लाहिल्लज़ी लम यत्तखिजु वलादन अवलम यकुन लहू शरीकुन फिलमुल्की वलम यकुन लहू वलीययुम मिनज्जल्ला वकब्बराहु तकबीरा।

दरूद शरीफ़ इन अरबी

ٱللَّٰهُمَّ صَلِّ عَلَىٰ مُحَمَّدٍ وَعَلَىٰ آلِ مُحَمَّدٍ كَمَا صَلَّيْتَ عَلَىٰ إِبْرَاهِيمَ وَعَلَىٰ آلِ إِبْرَاهِيمَ إِنَّكَ حَمِيدٌ مَجِيدٌ ٱللَّٰهُمَّ بَارِكْ عَلَىٰ مُحَمَّدٍ وَعَلَىٰ آلِ مُحَمَّدٍ كَمَا بَارَكْتَ عَلَىٰ إِبْرَاهِيمَ وَعَلَىٰ آلِ إِبْرَاهِيمَ إِنَّكَ حَمِيدٌ مَجِيدٌ

दरूद शरीफ़ इन हिंदी

अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिन व अला आलि मुहम्मदिन कमा सल्लैता अला इब्राहीम व अला आलि इब्राहीम इन्नक हमीदुम मजीद, अल्लाहुम्म बारिक अला मुहम्मदिन व अला आलि मुहम्मदिन कमा बारक्ता अला इब्राहीम व अला आलि इब्राहीम इन्नक हमीदुम मजीद।

खैरो बरकत की दुआ

कभी कभी ऐसा होता है की अच्छा खास चलता हुआ कारोबार थप हो जाता है और हम मुसीबत में आ जाते हैं। क्यूकी उससे हमारी जिंदगी चल रही होती है। इसलिए आज मैं आपके लिए ऐसी रिज्क की दुआ लेकर आया हूं जिसे अगर आप कसरत से पढ़ेंगे तो आपके बिजनेस और कारोबार में अल्लाह पाक तरक्की लाएंगे और आप एक सुकून भरी जिंदगी जीएंगे ।

जब आप सुबाह उठे तो तुरंत वज़ू करें, वज़ू करने के बाद दुकान की तरफ चले जाएं, जैसे ही दुकान पर पहुंचे तो सबसे पहले 3 मरतबा सूरह अल नास पढ़े । सूरह नास एक छुटी दुआ है अगर आपको याद है तो इसे पढ़लें नहीं तो नीचे हमने इसे आपकी आसानी के लिए सूरह अल नास हिंदी में लिखा है आप इसे देख कर पढ़ सकते हैं।

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सूरह अल नास अरबी

قُلْ أَعُوذُ بِرَبِّ ٱلنَّاسِ® مَلِكِ ٱلنَّاسِ® إِلَٰهِ ٱلنَّاسِ® مِن شَرِّ ٱلْوَسْوَاسِ ٱلْخَنَّاسِ® ٱلَّذِى يُوَسْوِسُ فِى صُدُورِ ٱلنَّاسِ® مِنَ ٱلْجِنَّةِ وَٱلنَّاسِ

सूरह अल नास हिंदी

कुल आउज़ू बी रब्बिन्नास ® मलिकिन- नास ® इलाहिन- नास ® मिन शर्रिल वस्वासिल खन्नास ® अल- लजी युवास्विसू फी सुदुरिन्नास ® मिनल जिन्नती वन्नास ®

हमें उम्मीद है की आपको बरकत की दुआएं अच्छी लगी होंगी इंशाल्लाह आपको जल्द ही आपके रिज्क, कारोबार, बिज़नेस और दुकान में तरक्की बढ़ाएगा।

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