यह naat sharif in hindi का रिवाज भारत, पाकिस्तान और बंगलादेश में नहीं पुरे दुनिया में पढ़ी जाती है । भाशा अनुसार देखें तो बंगाली, उर्दू और पंजाबी में नात ख्वानी आम है। नात ख्वां तुर्की, फ़ारसी, अरबी, उर्दू, बंगाली, पंजाबी, अंग्रेज़ी, कश्मीरी और सिंधी भाशाओं में भी पढ़ी जाती है|
Naat sharif in hindi
naat sharif in hindi आवेश रजा क़ादरी
बुलालो फिर मुझे ए शाहे बहरोबर मदीने में
बुलालो फिर मुझे ए शाहे बहरोबर मदीने में
मैं फिर रोता हुवा आऊं
मैं फिर रोता हुवा आऊं तेरे दर पर मदीने में
में पोहुंचूं कुए जाना में गिरे बांचा सीना चाक
में पोहुंचूं कुए जाना में गिरे बांचा सीना चाक
गिरा दे काश मुझको शौक तड़पा कर मदीने में
गिरा दे काश मुझको शौक तड़पा कर मदीने में
में उनका दीवाना , मदीने में बरी शान गया
चक दिल , चाक जिगर , चक ग़रीबन गया
में पोहुंचूं कोइय जाना में ,गिरे बांचा के सीना चाक
गिरा दे काश मुझको शौक तारपा कर मदीने में
गिरा दे काश मुझको शौक तारपा कर मदीने में
आवेश रजा कादरी Naat Sharif In Hindi
मदीने जाने वालो जाओ जाओ फि अमा निल्लाह
मदीने जाने वालो जाओ जाओ फि अमा निल्लाह
मदीने जाने वालो जाओ जाओ फि अमा निल्लाह
कबि तोह अपना भी लग जाए गा बिस्तर मदीने मैं
कबि तोह अपना भी लग जाए गा बिस्तर मदीने मैं
सलाम -ए-शौक़ कहना हाजिओ मेरा भी रो रो कर
सलाम -ए -शौक़ कहना हाजिओ मेरा भी रो रो कर
तुम्हे आए नज़र जब रोज़ा ए अनवर मदीने में
पयामे शौक लेते जाओ मेरा काफिले वालो
पयामे शौक लेते जाओ मेरा काफिले वालो
सुनाना दास्ताने ग़म मेरी रो कर मदीने मैं
सुनाना दास्ताने ग़म मेरी रो कर मदीने मैं
पाए तबलीग़े सुन्नत तू जहाँ रक्खे मगर आए काश
पाए तबलीग़े सुन्नत तू जहाँ रक्खे मगर आए काश
मैं खाँबो में पुहंचता ही रहूँ अक्सर मदीने में
मैं खाँबो में पुहंचता ही रहूँ अक्सर मदीने में
मदीना इस लिए अत्तार जान-ओ-दिल से है प्यारा
मदीना इस लिए अत्तार जान-ओ-दिल से है प्यारा
के रहते हैं मेरे आक़ा मेरे दिल बर मदीने मैं
के एहते हैं मेरे आक़ा मेरे दिल बर मदीने मैं
बुलालो फिर मुझे ए शाहे बहरोबर मदीने मैं
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