अज़ान की दुआ अज़ान का जवाब देने का तरीका हिंदी अंग्रेजी और अरबी में

अस्सलामु अलैकुम दोस्तों, आज की पोस्ट में एक अहम और बहुत फ़ज़ीलत वाली दुआ के बारे में बात करने वाले है जिसे अज़ान के बाद की दुआ के नाम से जाना जाता है।

अज़ान की दुआ को याद करना ही एक बहुत बड़ी फ़ज़ीलत मानी जाती है जिसको सीखने के लिए आप यहाँ पर तसरीफ लाए है। यह दुआ को सिखाने के लिए भरपूर कोशिश किया गया है जिसमे अलग अलग भाषा और तर्जुमा के बताया गया है।

अज़ान वह कुछ चंद अल्फाज़ है जो हर दिन 24 घंटे में 5 बार सुनते है इससे आपको यह अंदाज़ा हो जाना चाहिए की नमाज़ भी पांच वक़्त ही पढ़ा जाता है।

इससे यह साबित हुआ की जब जब नमाज़ का वक़्त होता है उससे पहले नमाज़ पढ़ने के बुलावा के लिए अज़ान देते है। इसके और भी कारण जो आपको निचे सीखने को मिलने वाला है।

azan-ki-dua

अज़ान क्या है?

अज़ान का मतलब ऐलान होता है यानी नमाज के लिए लोगो को मस्जिद में बुलाने की दावत दी जाती है और लोग मस्जिद में पहुँचते हैं अज़ान की आवाज सुन कर इसे अजान कहा जाता है।

दूसरे शब्दों में हम यह भी कह सकते है कि अल्लाह के घर में यानी मस्जिद में नमाज की दावत के लिए पुकारना ही अज़ान है।

यहाँ पर सिर्फ मस्जिद के लिए अज़ान नहीं होती बलके सभी अवाम जो मस्जिद के अलावा जैसे घर दुकान फैक्ट्री में नमाज़ अदा करते है।

अज़ान का जवाब देने का तरीका

अज़ान:- अल्लाहु अकबर अल्लाहु अकबर (2 बार)

जवाब:- अल्लाहु अकबर अल्लाहु अकबर (2 बार)

तर्जुमा:- अल्लाह बहुत बड़ा है , अल्लाह बहुत बड़ा है (2 बार)

अज़ान:- अशहदु अंल्लाइलाहा इल्लल्लाहु (2 बार)

जवाब:- अशहदु अंल्लाइलाहा इल्लल्लाहउ (2 बार)

तर्जुमा:- में गवाही देता हूँ की अल्लाह के अलावा कोई माबूद नहीं (2 बार)

अज़ान:- अशहदु अन्ना मुहम्मदर रसुलल्लाह (2 बार)

जवाब:- अशहदु अन्ना मुहम्मदर रसुलल्लाह (2 बार)

तर्जुमा:- में गवाही देता हूं की हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम अल्लाह के रसूल हैं (2 बार)

अज़ान:- हय्या अलस्सल्लाह (2 बार)

जवाब:- लाहौ ला कुव्व ता इल्ला बिल्लाह (2 बार)

तर्जुमा:- आओ नमाज़ पढ़ने के लिए (2 बार)

अज़ान:- हय्या अलल फलाह (2 बार)

जवाब:- लाहौ ला कुव्व ता इल्ला बिल्लाह (2 बार)

तर्जुमा:- आओ निजात पाने के लिए (2 बार)

अज़ान:- अल्लाहु अकबर अल्लाहु अकबर

जवाब:- अल्लाहु अकबर अल्लाहु अकबर

तर्जुमा:- अल्लाह बहुत बड़ा है , अल्लाह बहुत बड़ा है

अज़ान:- ला इल्लाहा इल्लल्लाह

जवाब:- ला इल्लाहा इल्लल्लाह

तर्जुमा:- अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं

अज़ान:- अस्‍सलातु खैरूं मिनन नउम अस्‍सलातु खैरूं मिनन नउम (सिर्फ फज़र अज़ान में)

जवाब:- अस्‍सलातु खैरूं मिनन नउम अस्‍सलातु खैरूं मिनन नउम

तर्जुमा:- नमाज़ नींद से बहतर है नमाज़ नींद से बहतर है

अज़ान के बाद की दुआ

नाज़रीन क्या आपको सिर्फ अज़ान की दुआ ही सीखना मकसद है या इसके बारे में जानना की यह दुआ क्या कह रहा है यानि इसका मतलब तर्जुमा भी सीखना है।

अगर आपको दुआ और तर्जुमा सीखना है तो इस ब्लॉग से अच्छा कोई हो ही नहीं सकता है क्युकी इसमें आपको अरबिक में दुआ के साथ हिंदी और इंग्लिश में दिया गया है।

अज़ान के बाद की दुआ अरबी में

اَللّٰہُمَّ رَبَّ ھٰذِہِ الدَّعْوَةِ التَّآمَّةِ وَالصَّلٰوةِ الْقَآئِمَةِ اٰتِ مُحَمَّدَنِ الْوَسِیْلَةَ وَالْفَضِیْلَةَوَالدَّرَجَتَہ الرَّفِیٌعَتَہ وَابْعَثْہُ مَقَامًا مَّحْمُوْدَنِ الَّذِیْ وَعَدْتَّہ وَر زُکنا شَفاعَتَھُ یَوٌمَ الٌقِیٰمَتہِ اِنَّکَ لَا تُخٌلِفُ الٌمِیٌعَاد

अज़ान के बाद की दुआ हिंदी में

अल्लाहुम्म रब्ब हाजिहिद दअवतित ताम्मति वस्सलातिल काइमति आति सय्यिदिना मुहम्मदा निल वसि‌ ल त वल फदि ल त वद द र जतर्रफी अ त वब अस्हु मकामम महमु दनिल् लजी व अत्तहू वरजक्ना शफा अ तहू यौमल क़ियामति इन्नका ला तुख्लिफुल मीआद।

अज़ान के बाद की दुआ तर्जुमा

ऐ मेरे अल्लाह जो इस सारी पुकार का रब है और कायम रहने वाली नमाज़ का भी रब है, नबी-ऐ-करीम मुहम्मद (ﷺ) को क़यामत के दिन वसीला अता फ़रमा और मुकाम-ए-महमूद पर उनका क़याम फर्मा जिसका तूने उनसे वादा किया है।

अज़ान के बाद की दुआ अंग्रेज़ी में

Allahumma Rabba Haziheed Da’wateet Taammati Wassalatil Ka-emati Aatee Sayyideena Muhammada Nil Wasilata Wal Fadilata Wad Dar Jatrrafi Ataa wabaa Asahoo Makaamam Mahmu Danil Lazi W Attahu Warazakna Shafaa Atuhu Yaumal Kiyamati Innaka La Tukhliful Mi’Aaad.

अज़ान के बाद की दुआ तर्जुमा

O Allah!  O Almighty, the Lord of this whole call and the everlasting prayer, Hazrat Muhammad S.A.  Give us the blessings and virtues and high status and raise them in the maqama Mahmud which you promised them and banish us from their sacrifice on the Day of Judgment.  Of course you do not disobey.

azan-ki-dua-2

अज़ान से जुड़ी कुछ जरूरी मसाइल

  • जो अज़ान के वक्त बातों में मशगूल रहे उस पर मआजअल्लाह खात्मा बुरा होने का खौफ है।
  • हम पूरे दिन में पांच मर्तबा हर रोज अज़ान सुनते हैं, और हमें यह मालूम होना चाहिए कि अज़ान सुनते वक़्त बाते नहीं करना चाहिए और सारे दुनियावी काम छोड़ देना चाहिए।
  • रास्ता चल रहा था कि अज़ान की आवाज़ आई तो उतनी देर खड़ा हो जाये और जवाब दे।
  • जब मुअज्जिन अश्हदु अन मुहम्मदुर रसुलुल्लाह कहे तो सुनने वाला दुरूद शरीफ़ पढ़े और मुस्तहब है कि अंगुठों को बोसा देकर आंखों से लगा ले।
  • जब अज़ान हो तो उतनी देर के लिए सलाम कलाम और जवाबे सलाम तमाम अशगाल रोक दें।
  • यहां तक कि कुरआन मजीद कि तिलावत में अज़ान कि अवाज आये तो तिलावत रोक दें।
  • खूत्बे कि अज़ान का जवाब जबान से देना मुक्तदियों को जायज नहीं।

अजान होने के बाद कौन सी दुआ पढ़ी जाती है?

जब मौजिन पूरी अज़ान कह ले उसके बाद दोनों हाथो को उठाकर यह दुआ पढ़े ‘अल्लाहुम्म रब्ब हाजिहिद दअवतित ताम्मति वस्सलातिल काइमति आति सय्यिदिना मुहम्मदा निल वसि‌ ल त वल फदि ल त वद द र जतर्रफी अ त वब अस्हु मकामम महमु दनिल् लजी व अत्तहू वरजक्ना शफा अ तहू यौमल क़ियामति इन्नका ला तुख्लिफुल मीआद।’

अज़ान की दुआ हदीस

जाबिर बिन अब्दुल्लाह (र.अ.) से रिवायत है कि रसूलअल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया कि, जो शख्स अज़ान सुनकर अज़ान के बाद की दुआ पढ़े उसे क़यामत के दिन मेरी सफा’अत मिलेगी।

दोस्तों आपको अज़ान की दुआ कैसा लगा निचे कमेंट में माशाल्लाह लिखा इज़हार कर सकते है। जिसमे अज़ान के हवाले से बहुत सवालो का जवाब दिया गया है। इसी तरह का जानकारी सीखना पसंद करते है तो हमारे इस वेबसाइट को अपने दोस्त के साथ शेयर करे।

Leave a Comment