Taraweeh ki dua in hindi arabic (2021)

अस्सलामु अलैकुम मेरे अज़ीज़ भाइयों और बहनो हम बहुत बहुत अल्लाह तबारक व तआला के शुक्र गुजार है जो हमारे ज़िन्दगी में एक बार फिर से माहे रमजान में रोज़ा रखने की खुशनसीबी हासिल होने वाला है रमजान के महीने में ही (taraveeh namaz) पढ़ी जाती है और फिर taraweeh ki dua मांगी जाती है |

नाज़रीन बहुत जल्द रमजान का महीना आने वाला है और आप सब रमज़ान की बरकत व फ़ज़ीलत से वाक़िफ़ है नाज़रीन तरावीह की दुआ से पहले आपको तरावीह की नमाज़ के बारे में जानना जरुरी है तरावीह की नमाज़ की लिंक हमने दे दिया जिस पर क्लिक कर के आपको (taravi ki dua) की पूरी जानकारी मिल जायेगी |

निचे हमने तरावीह की दुआ (taraweeh ki dua) को image में अपलोड कर दिया है जिसे आप बहुत आसानी से पढ़ और सिख सकते है |

Roza rakhne ki dua | Roza kholne ki dua – in hindi

नमाज़ ए तरावीह की दुआ हिंदी अरबी में(taraweeh dua)

taraweeh ki dua

नमाज़ ए तरावीह की दुआ इंग्लिश में (taraweeh ki dua)

bismilla hirrahma nirrahim

Subhanal Malikil Quddus Subhana zil Mulki wal Malakuti Subhana zil izzati wal azmati wal haybati wal Qudrati wal kibriyaa’i wal jabaroot Subhanal Malikil hayyil lazhi, la yunaamu wa layamutu Subbuhun, Quddusun, Rabbuna Rabbul malaa’ikati war rooh Allahumma Ajirnee Minan Naar Ya Mujeero, Ya Mujeero Ya Mujeer

translate:- paak hai vo allaah tabaarak va taaala jo mulk aur baadashaahat vaala hai pako hai vo allaah tabaarak va taaala jo bada nek aur izzato ajamat vaala hai aur kudarat vaala hai aur badaee vaala aur paak hai vo allaah jo baadashaah hai jinda rahane vaala kee na usake lie neend aur naahee maut hai vo be inteha paak aur muqaddas hai hamaara paravaradigaar phariston aur rooh ka paravaradigaar hai e allaah jahannam kee aag se bachaana ai bachaane vaale ai bachaane vaale too pure jahaan raheemo kareem hai…

Ramjan taraweeh sehri Iftar ki dua in hindi

तरावीह की दुआ हिंदी में (tarabi ki dua)

बिस्मिल्ला हिर्रहमा निर्रहीम

सुब्हा-नल मलिकिल क़ुद्दूस सुब्हा-न ज़िल मुल्कि वल म-ल कूत  सुब्हा-न ज़िल इज्जती वल अ-ज़-मति वल-हैबति वल क़ुदरति वल-किब्रियाइ वल-ज-ब-रुत  सुब्हा-नल  मलिकिल हैय्यिल्लज़ी ला यनामु व ला यमूत  सुब्बुहुन कुद्दूसुन रब्बुना व रब्बुल मलाइकति वर्रूह अल्लाहुम्मा अजिरना मिनन्नारि,या मुजीरु या मुजीरु या मुजीर

तर्जुमा:- पाक है वो अल्लाह तबारक व तआला जो मुल्क और बादशाहत वाला है पको है वो अल्लाह तबारक व तआला जो बड़ा नेक और इज़्ज़तो अजमत वाला है और कुदरत वाला है

और बड़ाई वाला और पाक है वो अल्लाह जो बादशाह है जिन्दा रहने वाला की न उसके लिए नींद और नाही मौत है वो बे इन्तेहा पाक और मुक़द्दस है हमारा परवरदिगार फरिस्तों और रूह का परवरदिगार है ए अल्लाह जहन्नम की आग से बचाना ऐ बचाने वाले ऐ बचाने वाले तू पुरे जहान रहीमो करीम है |

नमाज़ ए तरावीह की दुआ को कब पढ़ना है

ऊपर दी गयी तरावीह की दुआ को कब पढ़ना चाहिए नाज़रीन इस तरावीह की दुआ (taraweeh ki dua) को हर चार रकअत मुकम्मल होने के बाद पढ़ना है इस दुआ को दो रकअत के बाद नहीं पढ़ना है बल्कि चार रकअत के बाद पढ़ना है |

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