Masjid mein Dakhil Hone ki dua or bahar nikalne ki dua

मस्जिद में जाने की दुआ और मस्जिद से बाहर निकलने की दुआ masjid me daakhil hone ki dua or masjid se bahar nikalne ki dua hindi or english mein

नाजरीन हम सब को पता है masjid इबादत करने का जगह है या फिर ये कह लीजिये (mosque) अल्लाह तआला का घर है जहाँ इबादत किया जाता है मस्जिद में इबादत करना अल्लाह तआला को बहुत ज्यादा पसंद है |

इसी लिए हमने आज के पोस्ट में मस्जिद masjid से रेलेटेड यानि मस्जिद में दाखिल होने की दुआ और मस्जिद से बाहर निकलने की दुआ हिंदी अरबी और इंग्लिश में लगाया है और साथ में हमने तर्जुमा का भी जिक्र किया है

अगर आप घर में इबादत करते है तो जितना हो सके मस्जिद में इबादत करने की कोशिस करें क्योंकि घर में इबादत करना और masjid में इबादत करना इन दोनों जगहों में बहुत बड़ा फर्क है घर में इबादत के बराबर मस्जिद में कई गुना ज्यादा सवाब मिलता है इसी लिए जितना मुमकिन हो सके आप मस्जिद में नमाज़ पढ़ें |

मस्जिद में जाने की दुआ

बिस्मिल्ला हिर्रहमा निर्रहीम

अल्लाहुम्म फ  तहली अबवा ब रहमतिका 

तर्जुमा:- ए अल्लाह तू अपनी रेहमत के दरवाजे मेरे लिए खोल दे

मस्जिद से बाहर निकलने की दुआ

अल्लाहुम्मा इन्नी अस-अलुक मिन फ़दलि क व रहमति क

तर्जुमा:- ए अल्लाह में तुझसे तेरे फज्ल का सवाल करता हु

मस्जिद के कुछ ख़ास बातें जो आप सब को जानना चाहिए

  • मस्जिद (masjid) के दरवाजे का बंद करना मकरूमे तहरीमी है हाँ अगर नमाज़के वक्त न हो और माल व असबाब की हिफाजत के लिए दरवाजा बंद कर लिया जाए तो जायज है |
  • masjid की छत पर पाखाना या पेशाब या जिमाअ करना ऐसा ही है जैसा मस्जिद के अंदर
  • जिस घर में मस्जिद हो उस पुरे घर को मस्जिद का हुक्म नहीं इसी तरह उस जगह को भी मस्जिद का हुक्म नहीं जो ईदों या जनाजे की नमाज के लिए मुक़र्रर की गयी हो
  • किसी भी मस्जिद की दर व दिवार पर कुरआन मजीद की आयतों या सूरतों का लिखना अच्छा नहीं है |
  • मस्जिद के अंदर या मस्जिद की दिवार पर थूकना या नाक साफ करना बहुत बुरी बात है और अगर बड़ी जरुरत पेश आए तो अपने कपडे वगैरह में ले लो
  • कही का भी कोई सा भी मस्जिद हो अंदर वुजू या कुल्ली करना मकरू है |
  • नापाक और हैज वाली औरत को मस्जिद के अंदर जाना गुनाह है |
  • मस्जिद के अंदर खरीदना मकरूह तहरीमी है हाँ एतकाफ की हालत में जरुरत भर मस्जिद के अंदर खरीदना बेचना जायज है जरुरत से ज्यादा उस वक्त भी जायज नहीं मगर वह चीज मस्जिद के अंदर मौजूद न होनी चाहिए
  • मस्जिद के अंदर पेड़ो का लगाना मकरूह है इसलिए की यह तरीका अहले किताब का है हाँ इसमें मस्जिद का कोई फायदा होतो जायजा है जैसे मस्जिद की जमीन में नमी ज्यादा हो की दीवारों के गिर जाने का दर हो तो ऐसी हालत में अगर पेड़ लगाया जायें तो वह नमी को सोख लेगा |

masjid me dakhil hone ki dua roman english

(Bismilla hirrahma nirrahim)

Allahumma-fata-hli abvaaba r’ahmatika

translation:- Ae allah mere liye tun apne rahmat ka darwaja khol de

Masjid se bahar nikalne ki dua

(Bismilla hirrahma nirrahim)

Allahumma innee as aluka min fazlika wa r’ahmatika

translation:- ae allah mai tujhse tera fajl or teri rahmat mangta hun

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दोस्तों अगर आपको ये इस्लामिक मालूमात अच्छा लगा हो तो इसे सदका ए जारिया समझ कर ज्यादा से ज्यादा शेयर करें अल्लाह हाफ़िज़

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