Maghrib Namaz Time, Namaz Ka Tarika

Maghrib Namaz Time, Namaz Ka Tarika, In Hindi| Maghrib Namaz, Maghrib Namaz rakat Maghrib namaz time, हर मुस्लमान पर पांच वक़्त का नमाज़ फर्ज है अल्लाह हमें और आप को पांच वक़्त नमाज़ अदा करने का तौफीक आता फ़रमाये आज हम मग़रिब की नमाज़ कैसे अदा करे मग़रिब की नमाज़ 7 रकात की होती है सबसे पहले 3 रकत फ़र्ज़ 2 सुन्नत और 2 रकत नफिल नमाज़ अदा करने से पहले अच्छी तरह वज़ू करना बहुत ज़रूरी है |

Maghrib Namaz Time, aur tarika 

मग़रिब नमाज़ का वक़्त कबतक होता है

नाजरीन बहुत से लोगे जेहन में ये सवाल पैदा होता है की Maghrib namaz time कबतक होता है दोस्तों हम आपको यहाँ बता दे की maghrib namaz time मग़रिब के अजान के बाद से तक़रीबन एक घंटा उन्नीस मिंट तक रहता है यानि ये की ईशा के अज़ान से कुछ मिंट पहले तक होता है |

फ़र्ज़ नमाज़ की नियत ऐसे करें

नियत की मैंने तीन रकात फ़र्ज़ वक़्त मग़रिब की वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहु अकबर कह कर नियत बाँध लें |

अगर आप इमाम के पीछे नमाज़ अदा कर रहे हों तो ऐसे नियत करे

नियत की मैंने तीन रकात फ़र्ज़ नमाजे मग़रिब की वास्ते अल्लाह तआला के पीछे इस इमाम के रुख मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहु अकबर, कह कर अपने दोनों दोनों हांथों को अपने नाफ के निचे बाँध ले ये सिर्फ मर्द हजरात के लिए है औरतें अपने सीने पर हाँथ बांधें |

मग़रिब नमाज़ की पहली रकात फ़र्ज़

  • सबसे पहले आप सना पढ़ें यानि सना सुब्हानका अल्लहुमा वबी हमदिका |
  • दूसरा ताउज पढ़ें यानि के आउज़ बिल्लाहे मिन्नस सैतानिर्रजिम पढ़ें |
  • अब सूरह फातिहा पढ़ें यानि अल्हम्दु लिल्लाह पढ़ें |
  • अब आप क़ुरान शरीफ की कोई एक सूरह पढ़ें |

उसके बाद आप अल्लाहु अकबर कहते हुवे रुकू में जाएँ रुकू में जाने के बाद कम से कम तीन मर्तबा सुब्हान रब्बिल अजीम कहें |

फिर समी अल्लाह हुलेमन हमीदा कहते हुवे खड़े हो जाएँ जब आप अच्छे से खड़े हो जाएँ तो एक बार रब्बना लकल हम्द भी कहें |

फिर आप अल्लाहु अकबर कहते हुवे दोनों सजदे के लिए जाएँ सजदे के दरमियान कम से कम आप तीन मर्तबा सुब्हान रब्बि यल आला कहें |फिर आप अल्लाहु अकबर कहते हुवे दूसरे रकात के लिए खड़े हो जाएँ |

मग़रिब नमाज़ की दूसरी रकात फ़र्ज़

दूसरे रकात में सिर्फ आप बिस्मिल्लाह हिर्रहमा निर्रहीम पढ़ कर सूरह फातिहा यानि अल्हम्दु लिल्लाह पढ़ें इसके बाद क़ुरान शरीफ का कोई एक सूरह पढ़ें|

इसके बाद आप रुकू के लिए जाएँ और जैसा की हमने पहले भी बताया है रुके में कम से कम तीन मर्तबा सुब्हान रब्बिल अजीम कहें |

फिर समी अल्लाह हुलेमन हमीदा कहते हुवे खड़े हो जाएँ जब आप अच्छे से खड़े हो जाएँ तो एक बार रब्बना लकल हम्द भी कहें |

फिर आप अल्लाहु अकबर कहते हुवे दोनो सजदे के लिए जाएँ सजदे के दरमियान कम से कम आप तीन मर्तबा सुब्हान रब्बि यल आला कहें फिर आप अल्लाहु अकबर कह कर अपने पंजो पर बैठ जाएँ जैसे नमाज़ में बैठते है |

जब आप मुकम्मल तरीके से बैठ जाएँ तो अत्तहियातु लिल्लाहि पढ़ते हुवे अपने शहादत ऊँगली को उठायें फिर अल्लाहु अकबर कहते हुवे तीसरी रकात के लिए खड़े हो जाएँ |

फ़र्ज़ नमाज़ में ख़ास ध्यान रखें

किसी भी फ़र्ज़ नमाज़ में खास ख्याल रखें तीसरी रकात में निचे दिए गए पोस्ट को ध्यान से पढ़ें | याद रहे फ़र्ज़ नमाज़ के तीसरी रकात सिर्फ सूरह फातिहा पढ़ी जाती है उसके बाद बिना कोई सूरह पढ़ें रुकू के लिए चलें जाएँ |

मग़रिब नमाज़ की तीसरी रकात फ़र्ज़

तीसरी रकत में भी आपको सबसे पहले बिस्मिल्लाह हिर्रहमा निर्रहीम पढ़ना है इसके बाद सूरह फातिहा यानि के अल्हम्दुलिल्लाह पढ़ें |

उसके बाद आप अल्लाहु अकबर कहते हुवे रुकू में जाएँ रुकू में जाने के बाद कम से कम तीन मर्तबा सुब्हान रब्बिल अजीम कहें |

फिर समी अल्लाह हुलेमन हमीदा कहते हुवे खड़े हो जाएँ जब आप अच्छे से खड़े हो जाएँ तो एक बार रब्बना लकल हम्द भी कहें |

फिर आप अल्लाहु अकबर कहते हुवे दोनों सजदे के लिए जाएँ सजदे के दरमियान कम से कम आप तीन मर्तबा सुब्हान रब्बि यल आला कहें |

जब आप तीसरी रकात की दोनों सजदे मुकम्मल कर लें तो अपने पैरों के पंजो को मोड़ कर बैठ जाएँ जैसे हम नमाज़ में बैठते है | फिर

  • सबसे पहले एक मर्तबा अत्तहियातु लिल्लाहि पढ़ते हुवे अपने शहादत के ऊँगली को उठायें |
  • उसके बाद एक मर्तबा दरूद शरीफ पढ़ें |
  • उसके बाद एक मर्तबा दुआ ए मासुरा पढ़ें |

और फिर सलाम फेरें अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह पहले दाएं जानिब मुंह फेरे फिर अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह दाएं जानिब मुंह फेरें |

अब आप दो रकात सुन्नत की नियत करें |

नियत की मैंने दो रकात सुन्नत नमाजे मग़रिब की वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहु अकबर कह कर नियत बाँध लें |

मग़रिब नमाज़ की पहली रकत सुन्नत |
  • सबसे पहले आप सना पढ़ें यानि सना सुब्हानका अल्लहुमा वबी हमदिका |
  • दूसरा ताउज पढ़ें यानि के आउज़ बिल्लाहे मिन्नस सैतानिर्रजिम पढ़ें |
  • अब सूरह फातिहा पढ़ें यानि अल्हम्दु लिल्लाह पढ़ें |
  • अब आप क़ुरान शरीफ की कोई एक सूरह पढ़ें |

उसके बाद आप अल्लाहु अकबर कहते हुवे रुकू में जाएँ रुकू में जाने के बाद कम से कम तीन मर्तबा सुब्हान रब्बिल अजीम कहें |

फिर समी अल्लाह हुलेमन हमीदा कहते हुवे खड़े हो जाएँ जब आप अच्छे से खड़े हो जाएँ तो एक मर्तबा रब्बना लकल हम्द भी कहें |

फिर आप अल्लाहु अकबर कहते हुवे दोनो सजदे के लिए जाएँ सजदे के दरमियान कम से कम आप तीन मर्तबा सुब्हान रब्बि यल आला कहें फिर आप अल्लाहु अकबर कहते हुवे दूसरे रकात के लिए खड़े हो जाएँ|

मग़रिब नमाज़ की दूसरी रकत सुन्नत |

दूसरी रकात में सिर्फ आप बिस्मिल्लाह हिर्रहमा निर्रहीम पढ़ कर सूरह फातिहा यानि अल्हम्दु लिल्लाह पढ़ें इसके बाद क़ुरान शरीफ का कोई एक सूरह पढ़ें|

इसके बाद आप रुकू के लिए जाएँ और जैसा की हमने पहले भी बताया है रुके में कम से कम तीन मर्तबा सुब्हान रब्बिल अजीम कहें |

फिर समी अल्लाह हुलेमन हमीदा कहते हुवे खड़े हो जाएँ जब आप अच्छे से खड़े हो जाएँ तो एक बार रब्बना लकल हम्द भी कहें |

फिर आप अल्लाहु अकबर कहते हुवे दोनो सजदे के लिए जाएँ सजदे के दरमियान कम से कम आप तीन मर्तबा सुब्हान रब्बि यल आला कहें फिर आप अल्लाहु अकबर कह कर अपने पंजो पर बैठ जाएँ जैसे नमाज़ में बैठते है |

  • सबसे पहले एक मर्तबा अत्तहियातु लिल्लाहि पढ़ते हुवे अपने शहादत के ऊँगली को उठायें |
  • उसके बाद एक मर्तबा दरूद शरीफ पढ़ें |
  • उसके बाद एक मर्तबा दुआ ए मासुरा पढ़ें |

और फिर सलाम फेरें अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह पहले दाएं जानिब मुंह फेरे फिर अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह बाएं जानिब मुंह फेरें |

अब आप दो रकात नफिल के लिए नियत करें |

नियत की मैंने दो रकात नफिल नमाजे मग़रिब की वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काबा शरीफ के तरफ अल्लाहु अकबर कह कर नियत बाँध लें |

मग़रिब नमाज़ की पहली रकात नफिल

  • सबसे पहले आप सना पढ़ें यानि सना सुब्हानका अल्लहुमा वबी हमदिका |
  • दूसरा ताउज पढ़ें यानि के आउज़ बिल्लाहे मिन्नस सैतानिर्रजिम पढ़ें |
  • अब सूरह फातिहा पढ़ें यानि अल्हम्दु लिल्लाह पढ़ें |
  • अब आप क़ुरान शरीफ की कोई एक सूरह पढ़ें |

उसके बाद आप अल्लाहु अकबर कहते हुवे रुकू में जाएँ रुकू में जाने के बाद कम से कम तीन मर्तबा सुब्हान रब्बिल अजीम कहें |

फिर समी अल्लाह हुलेमन हमीदा कहते हुवे खड़े हो जाएँ जब आप अच्छे से खड़े हो जाएँ तो एक मर्तबा रब्बना लकल हम्द भी कहें |

फिर आप अल्लाहु अकबर कहते हुवे दोनो सजदे के लिए जाएँ सजदे के दरमियान कम से कम आप तीन मर्तबा सुब्हान रब्बि यल आला कहें फिर आप अल्लाहु अकबर कहते हुवे दूसरे रकात के लिए खड़े हो जाएँ |

मग़रिब नमाज़ की दूसरी रकात नफिल |

दूसरे रकात में सिर्फ आप बिस्मिल्लाह हिर्रहमा निर्रहीम पढ़ कर सूरह फातिहा यानि अल्हम्दु लिल्लाह पढ़ें इसके बाद क़ुरान शरीफ का कोई एक सूरह पढ़ें|

इसके बाद आप रुकू के लिए जाएँ और जैसा की हमने पहले भी बताया है रुके में कम से कम तीन मर्तबा सुब्हान रब्बिल अजीम कहें |

फिर समी अल्लाह हुलेमन हमीदा कहते हुवे खड़े हो जाएँ जब आप अच्छे से खड़े हो जाएँ तो एक बार रब्बना लकल हम्द भी कहें |

फिर आप अल्लाहु अकबर कहते हुवे दोनो सजदे के लिए जाएँ सजदे के दरमियान कम से कम आप तीन मर्तबा सुब्हान रब्बि यल आला कहें फिर आप अल्लाहु अकबर कह कर अपने पंजो पर बैठ जाएँ जैसे नमाज़ में बैठते है |

  • सबसे पहले एक मर्तबा अत्तहियातु लिल्लाहि पढ़ते हुवे अपने शहादत के ऊँगली को उठायें |
  • उसके बाद एक मर्तबा दरूद शरीफ पढ़ें |
  • उसके बाद एक मर्तबा दुआ ए मासुरा पढ़ें |

और फिर सलाम फेरें अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह पहले दाएं जानिब मुंह फेरे फिर अस्सलामो अलैकुम वरहमतुल्लाह बाएं जानिब मुंह फेरें |

Namaz Ke Baad Padhne Ki dua In Hindi | नमाज़ के बाद पढ़ने की…

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अगर आपको ये इस्लामिक इनफार्मेशन अच्छा लगे तो इसे शेयर जरूर करें हो सकता है आपके एक शेयर से किसी की नमाज़ दुरुस्त हो जाए | अल्लाह हाफ़िज़

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