Khairo Barkat Ki Dua in Hindi | खैरो बरकत की दुआ हिंदी में

अस्सलामु अलैकुम मेरे प्यारे अजिज भइओ बहनो आज हम आपको रोजी में बरकत के लिए वजीफा और कमाई में बरकत होने की दुआ बता रहे है. इसे दुकान में बरकत का वजीफा भी कहा जाता है घर मे खैरो बरकत रहे ये हर कोई चाहता है फिर भी कई घरो मे खैरो बरकत नहीं रहती

हर इंसान चाहता है अल्लाह ताला के रहमों करम से उसके घर में इतनी बरकत हो और खैरो भी हो।ताकि वह हर आफत हर बला हर परेशानी से बच सके। साथ-साथ उसके घर में बरकत भी हो ताकि उसे दुनिया की हर जरूरत को पूरा करने की सहूलियत अता हो।

ऐसे में अगर इंसान लाख कोशिशों के बाद भी कामयाबी को हासिल नहीं कर पाता है।तो हम आपको यह बेहतरीन वजीफा पेश करने जा रहे हैं। जिसकी मदद से आप अपने घर में बरकत के लिए मुनासिब दरवाजे खुल जायेंगे। यह आसान अमल दुकान घर की बरकतोंके लिए सभी तरह की परेशानियों के लिए बहुत ही मुजीब है।

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लेकिन इस वजीफेकि एक शर्त है कि आपको नमाज का पाबंदी सेइत्मात रखना है।और यह वजीफा हर नमाज के बाद करना है। इसीलिए पांच वक्त की नमाज पढ़ना लाजमी है।बढ़ते हैं वजीफे की तरफ कि किस तरह से आपको इस वजीफे को अपने लिए इस्तेमाल करना है।वजीफे को कैसे करें।

सबसे पहले आपको वजीफे के लिए कोई वक्त मुकर्रर कर लेना है।और फिर नमाज के बाद सूरह फातिहा यानी अल्हम्दु को आपको 20 बार पढ़ना है।इस वजीफे को आपको 41 दिन करना है लेकिन अगर आप अपने कारोबार घर दुकान में बरकतें चाहते हैं।

तो आप इसको मुसलसल करते रहें।बहुत ही कामयाब वजीफा है।एक बार अपने इख़्तेयार में जरूर ले।सूरह फातिहा यानी अलहम दोआपको कुरान शरीफ के पहले हिस्से में मिल जाएगी।घर में खैरो बरकत के लिए वजीफाबहुत ही अहमऔरमुनासिबहैं।

रोजी में बरकत के लिए वजीफा

जो लोग रोजी रोजगार में रिज़ में चाहते हैं।और लाख कोशिशों के बावजूद भीउनको तंग दस्ती का सामना करना पड़ता है।सिर्फ और सिर्फ परेशानियों में ही मुब्तिला रहते हैं।हर कोशिश करने के बाद भी रिज्क से दूर रहते हैं।

ना चाहते हुए भी बहरहाल ऐसी ऐसी रोजी में दिक्कतें पैदा होती जाती है।कि दिल दिमाग काम नहींकरते हैं।लेकिन आज जो वजीफा हम आपके सामने लेकर हाजिर है।जो वजीफा हम आपको बताने जा रहे हैं।वह एक कुरानी वजीफा है यह वजीफा कुरान की एक आयत का वजीफा है।

बहुत ही बाबरकती आयतहै रोजी की बरकत के लिए।इस के लिए जोहर का वक्त होना लाजमी है।इस वजीफे को जोहर केवक़्त में है।लेकिन आपको बाद नमाज जोहर अदा करने के बाद ही वजीफे को करना है। बिना नमाज पढ़े वजीफा काम नहीं करेगा इसीलिए पांच वक्त नमाज अदा करें।

आपको वजीफा उसी जगह पर बैठे-बैठे करना है।उसी जगह पर ही वजीफे को शुरू करना है सबसे पहले एक बार आपको दरूद शरीफ पढ़ना है।जो आपको याद हो उसके बाद आपको सल्लल्लाहो ताला वसल्लम पढ़ना है।21 दफा आपको सूरह फील की तिलावत करना है।

اناللهالمنالتيوألمتركيففعلربكبأضخالفيلايجعلكيدهمفيتضينيزسلعليومطيراأبابيلاتزميهمبارقينسخيلتعاهمگعضفتأكل

फिर आखिर मेंवही दरूद शरीर पढ़िए जो आपने शुरू में पड़ी थी।इस वजीफे की कोई मुद्दत नहीं है। आपका जब तक मकसद पूरा ना हो।आप इस वजीफे तो करिए। अगर मकसद पूरा हो जाने के बाद आप इस वजीफे को नहीं करना चाहते तो मत करिए कोई परेशानी नहीं है।लेकिन अगर आप इस वजीफे को मुसलसल करते हैं तो आपके लिए रोजी में बरकत के फायदे हैं।

कमाई में बरकत होने की दुआ

अल्लाह के रहमों करम से और कमाए में बरकती के लिए बहुत ही खूबसूरत और पोशीदा वजीफा है।अगर आपकी जिंदगी में कोई मसला है कोई परेशानी है।

यानी पैसों से जुड़ी कोई दिक्कत है तो आप अल्लाहतालाके करम से अपने सारे मसले को सुलझा देगा।अल्लाह अज्जो जहर आपकी परेशानियों को अपने कर्म से इंशाल्लाह दूर कर देगा।

अल्लाह ना करे अगर आप कि जिंदगी में दरपेश कोई फाइनैंशल तकलीफें आ गई है।तो आप इस वजीफे से के जरिए अपनी फाइनैंशल मुसीबतों को दूर कर सकते हैं।अगर पैसा है तो भी वजीफा बरकतों में बहुत ही मुफीद है।यह दिन में करने वाला वजीफा है।डेढ़ टाइम में करने वाला वजीफा है।

इसकी इजाजत सबको है आप जिस भी नियत के साथ यह वजीफा करेंगे इंशाल्लाह जरूर पूरी होगी।इस अमल के लिए आपको चाश्त नमाज को पढ़ना है।अल्लाह ताला के पाक नबी रसूल अल्लाह सल्लल्लाहो ताला वसल्लमकी सुन्नतों के मुताबिक हमको यह अमल करना है।

10:00 बजे आपको 4 रकात नमाजे नफिल पढ़ना है।हर सजदे की हालत में जाकर 104 मर्तबा जब आप सजदे की तस्वीर पढ़ चुके हो।तो यह शीफातीनामों को पढ़ना है।यह व्हाबोयारज्ज को पढ़े।लेकिन सजदे की तजबी पढ़ना लाजमी है।

सजदे से उठे तो यानी अत्तहियात पढ़ने केबाद 33  बार आपको यह कलमें को पढ़ना है।यामालिकोंमुल्कोंयाज़ुलजलालीवलइकराम।सजदे की हालत में आपको 11 बार दरुद शरीफ पढ़ना है दरूदे इब्राहिम ज्यादा मुफीद करेगा।दुआ करें कि या अल्लाह हमारे कमाई में बरकत दे।हमारा जो भी मसला है उसको ठीक कर दे।अल्लाह ताला अल्लाह के रहमों करम से कमाई में बरकत होगी।

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दुकान में बरकत का वजीफा

हर दोस्त और अहबाब यही चाहते हैं।कि वह जिस जगह काम करते हैं।उस दुकान या बिजनेस की जगह पर अल्लाह के कर्म से और हुजूर पाक सल्लल्लाहो ताला वसल्लम के सदकेतुफैल में उसकी रोजी रोजगार में दुकान में कारोबार में बड़ी से बड़ी और छोटी से छोटी कंपनियों में रोजी की बरकत से फले फूले।

इस कामयाबी को हासिल करने के लिएअगर आप कोई वजीफा तलाश कर रहे है।तो यह वजीफा आप की खिदमत में हाजिर है।जिससे आप अपने दुकान में और बरकते पैदा कर सकते हैं।बेहतरीन और लाजवाब वजीफा है।

वजीफे के लिए आपको किसी की इजाजत लेने की जरूरत नहीं है।यह वजीफा हर कोई कर सकता है।अपनीदुकानों मेंबरकती हासिल करने के लिएबेहद ही खास है।आसान तरीकों से करना है वक्त की कोई पाबंदी नहीं है।

किसी भी टाइम करें लेकिन कुछ तफ्सील चीजें हैं जिसके मुताबिक आपको करना है हम आपको बताते हैं इसकी तफ्सील।दुकान में बरकत चाहते हैं तो सुन्नतों के मुताबिक अपने कामों को अंजाम दे।दुकान का दरवाजा बाद नमाज़ फज्र की अदा करने के बाद खोलें।

इससे रिज़ और बरकत के दरवाजे अल्लाह रब्बुल इज्जत अपने तरफ से खोल देता है।सुन्नत के मुताबिक किया गया हर काम बेशक यकीनन कामयाबी हासिल करता है।आज के दौर में यह मुमकिन नहीं लेकिन अपनी कोशिशों से पीछे नहीं हटे सुन्नतों को अदा करते चले।

बा वजू होकर अपनी दुकान में दाखिल हो।उसके बाद जब भी दरवाजा खोलो बिस्मिल्लाह शरीफ पढ़े।बिस्मिल्लाह रहमान रहीम अतल कुर्सी यादहो तो अतल कुर्सी पढ़कर दरवाजा खोलें।

उसके बाद जितना हो सके उतना दरूद शरीफ पढ़े।इंशा अल्लाह ताला दरूद शरीफ पढ़ने से आपकीदुकान में बेशुमार बरकत होंगी।इसको अपनी जिंदगी काममुलबनालेअपनीबेहतरी के लिए।

कारोबार में बरकत की दुआ हिंदी में

लिल्लाहि माफिस् समावाति वल अर्द इन्नल्लाह हुवल गनिय्युल हमीद।

इस आयत यानी दुआ को रोज़ाना 141 एक सौ एकतालिश मर्तबा पढ़ें इंशाअल्लाह कारोबार में बरकत और तरक्की होगी।

व हुज्जी इलैकि बिजीज इन् नखलति तुसाकित अलैकि रूतबन जनिय्य फकुलि वसरबि वकर्रीइ अईना।

कारोबार में बरकत की दुआ अंग्रेजी में

Lillahi Maafis Samaawaatee Wal Ard Innallahu Huwal Ganiyyul Hameed.

Wa Hujji Ilaikee Bizeez in-nakhlati Tusaakeet Alaikee Rutaban Janiyy Fakulee Wasrabi Wakarriee Aeena.

कारोबार में बरकत की दुआ अरबी में

لِلّٰهِ مَا فِى السَّمٰوٰتِ وَ الْاَدْضِ اِنَّ اللّٰهَ هُو الْغَنِىُّ الْحَمِيدُ

وَ هُزِّ ىَ اِلَيكِ بِجِزءِ النّخلَتِه تُسٰقِطْ عَلَيْكِ دُطَبًا جَنِيًّا فَکُِلْى وَاشرَبِى وَ قَرِّىْ عَينًا

नाजरीन अगर आपको ये इस्लामिक इन्फोर्मेसन अच्छा लगा हो तो इसे दुसरो को शेयर जरूर करें ताकि ये इस्लामिक इनफार्मेशन दुसरो को भी पता चल सके अल्लाह तआला हर मोमिन की हिफाज़त फरमाए आमीन

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