Karobar Ki Dua And Wazifa | कारोबार की दुआ और वज़ीफ़ा

अस्सलामु अलैकुम मेरे प्यारे अजिज भइओ बहनो आज के इस पैग़ाम में आप बहुत ही बरकत व रहमत भरी दुआ यानी कारोबार में बरकत की दुआ हिंदी में जानेंगे जब कभी भी हम अपना कारोबार की शुरूआत करते हैं तो उससे हम ज्यादा से ज्यादा प्रॉफिट चाहते हैं हर कोई अपने कारोबार से बरकत ही चाहता है।

जिसके लिए हम अलग अलग से हर तरह का दुन्यावी तरीक़ा अपनाते हैं इसके बावजूद भी कुच ख़ास परभाव अपने कारोबार में देखने को नहीं मिलता तो आज के इस पैग़ाम में कारोबार में बरकत की दुआ हिंदी में पढ़ने के बाद आप इससे ज़रूर अमल करें।

इंशाअल्लाह तआला आप इस दुआ के बदौलत अपने कारोबार में ज़रूर बरकत पाऐंगे इस पैग़ाम को आप शुरू से आख़िर तक ध्यान से पढ़ें जिससे आप कारोबार में बरकत की दुआ हिंदी में जानने के साथ साथ कारोबार में बरकत का वजीफा भी जान लें और कारोबार में बरकत पाएं। किसी भी दुआ को पढ़ने से पहले बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम ज़रूर पढ़ लें।

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कारोबार में बरकत की दुआ हिंदी में

लिल्लाहि माफिस् समावाति वल अर्द इन्नल्लाह हुवल गनिय्युल हमीद।

इस आयत यानी दुआ को रोज़ाना 141 एक सौ एकतालिश मर्तबा पढ़ें इंशाअल्लाह कारोबार में बरकत और तरक्की होगी।

व हुज्जी इलैकि बिजीज इन् नखलति तुसाकित अलैकि रूतबन जनिय्य फकुलि वसरबि वकर्रीइ अईना।

कारोबार में बरकत की दुआ अंग्रेजी में

Lillahi Maafis Samaawaatee Wal Ard Innallahu Huwal Ganiyyul Hameed.

Wa Hujji Ilaikee Bizeez in-nakhlati Tusaakeet Alaikee Rutaban Janiyy Fakulee Wasrabi Wakarriee Aeena.

कारोबार में बरकत की दुआ अरबी में

لِلّٰهِ مَا فِى السَّمٰوٰتِ وَ الْاَدْضِ اِنَّ اللّٰهَ هُو الْغَنِىُّ الْحَمِيدُ

وَ هُزِّ ىَ اِلَيكِ بِجِزءِ النّخلَتِه تُسٰقِطْ عَلَيْكِ دُطَبًا جَنِيًّا فَکُِلْى وَاشرَبِى وَ قَرِّىْ عَينًا

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कारोबार में बरकत के लिए वजीफा

यहां पर हमने कारोबार में बरकत के लिए वजीफा बताया है इस पे आप ज़रूर अमल करें इंशाअल्लाह आपकी कारोबार में बहुत बरकत देखने को मिलेगी।

आप हर रोज़ मगरिब की नमाज़ बाद सूरह वाकिया को अच्छी नियत से तिलावत करें आप इससे चाहें तो घर पर या जहां आप की कारोबार चल रहा हो वहां पर तिलावत करें।

हर रोज सुबह सुबह फजर की नमाज़ के बाद सूरज तुलुअ हो जानें पर काबा की जानिब रूख कर के 313 मरतबा बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम पढ़ें यह भी कारोबार में तरक्की के लिए बहुत ज्यादा मुफीद है।

फिर हसबनुल्लाहा नेअमल व कील नेअमल मौला व नेअमल नसीर इसकी भी ज्यादा से ज्यादा तिलावत की जाए तो ये भी तिज़ारत के लिए ज्यादा फायदेमंद है।

अपने कारोबार में जहां पर आप कारोबार कर रहे हो वहां पर  ماشاءاللہ لا قوۃ الا بالله سلام علی نوح فی العالمین

माशाअल्लाह ला कुव्वतह इला बिल्लाह सलाम अलि नुह फी अल आलमीन उर्दू वाला लिख कर लगा दें।

अगर आप हर रोज़ पांचों वक्त की नमाज़ पढ़ रहे हो तो हर नमाज़ के बाद 111 एक सौ ग्यारह मरतबा या लतीफू पढ़ कर दुआ करें इंशाअल्लाह बरकत होगी।

यहां पर जितने भी वजीफा हमने बताई इससे आप हर रोज़ अपने कारोबार में बरकत के लिए वीर्द मिलने तक करें जरूर आपके कारोबार में बरकत होगी इंशाअल्लाह।

हमारा और आपका काम है मांगना बाकी तो देने वाला हमारा रब ही तो है जिसके खज़ाने में किसी भी तरह की कोई भी चीज़ की कमी नहीं है माशाअल्लाह।

ऐसा नहीं की कामयाब हो जानें पर यानी बरकात मिलने लगे तो भूल जाएं आप इससे बरकत हो जानें पर भी करें कि हमारा रब को मांगने के साथ साथ शुक्रिया अदा करना भी बहुत पसन्द करता है।

आप ने इस पैग़ाम में ख़ुद के कारोबार में बरकत की दुआ हिंदी में पढ़ा हमने यहां पर आप को अच्छे से हर लफ्ज़ को पढ़ने के लिए हिंदी, इंग्लिश और अरबी में भी लिखा जिससे आप अपने मन पसन्द भाषा में पढ़ सकें अगर अभी भी आपके मन कुछ सवाल हो तो आप ज़रूर कॉमेंट करके पूछें।

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