Ghar Me Dakhil Hone Ki Dua | घर में दखिल होने की दुआ

अस्सलामु अलैकुम दोस्तों क्या मालूम है आपको आज क्या सीखने वाले हो जिसको सीख घर पढ़ने से घर में बरकत होती है, जिसे घर में दखिल होने की दुआ कहा जाता है।

घर में दाखिल होते वक़्त यह दुआ पढ़ने से आप सभी के घर में सैतान नहीं घुस पता है। क्युकी अक्सर हम लोग घर से बाहर किसी ना किसी काम से जाते रहते है और इसी बिच आपके साथ शैतान भी आपके साथ घर में घुसने की कोशिश करता है।

और जो इस दुआ को पढ़ता है तो वह इन सभी चीजों से महफूज़ रहता है इसीलिए आज की पोस्ट में घर में दखिल होने की दुआ को आसान भाषा में सीखने की कोशिश किया गया है।

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घर में दखिल होने की दुआ

नाज़रीन घर में दाखिल होते वक़्अत ल्लाह ता’अला का ज़िक्र करना चाहिए और ज़िक्र करने का क्या फायदा होगा तो हुजुर सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम ने इरसाद फ़रमाया की “जब कोई शख्स घर में दाखिल होते वक़्त और खाना खाते वक़्त अल्लाह का ज़िक्र करे तो शैतान अपने साथियों से कहता है की तुम अब इस घर में ना रह सकते हो और तुम्हारे लिए यहाँ पर खाना है।”

तो दोस्तों इसीलिए आप सभी को घर में दखिल होते वक्त की दुआ और घर से बाहर निकलते वक्त की दुआ सीखना मुसलमानों के लिए जरुरी है।

अब आप यह सोच रहे होंगे की जब जब घर में दाखिल होंगे तब तब यह दुआ पढ़ना होगा लेकिन यह दुआ तो पढ़ना मुश्किल होगा तो जी हाँ शुरू शुरू में मुश्किल होगा लेकिन जब यह आदत हो जायेगा तो आसान लगने लगेगा।

जब कोई शख्स घर से बाहर शौपिंग करने या घुमने या किसी भी काम से बहार जाता है और जब घर में जाने लगे तो घर में दखिल होते वक्त की दुआ को जरुर पढ़े।

घर में दखिल होने की दुआ अरबी में

اَللّٰھُمَّ اِنِّیْ اَسْئَلُکَ خَیْرَالْمَوْلِجِ وَخَیْرَالْمَخْرَجِ بِسْمِ اللّٰہِ وَلَجْنَا وَبِسْمِ اللّٰہِ خَرَجْنَا وَعَلَی اللّٰہِ رَبِّنَا تَوَکَّلْنَا

घर में दखिल होने की दुआ हिंदी में

अल्लाहुम्मा इन्नी अस अलुका खैरल मौलजी वा खैराल मखरजी बिस्मिल्लाही वलजना व बिस्मिल्लाहि खराजना व अलल्लाही रब्बिना तवक्कलना।

घर में दखिल होने की दुआ अंग्रेजी में

Allahumma innee as’aluka khairal maulaji wa khairal makhraji bismillahi walajnaa wa bismillahi kharajnaa wa alallahi rabbina tawakalna.

घर में दखिल होने की दुआ तर्जुमा के साथ

अल्लाह के नाम पर हम दाख़िल होते हैं और अल्लाह ही के नाम पर हम निकलते हैं, और अपने रब पर हम भरोसा रखते हैं।

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घर में दखिल होने की सुन्नत

नाज़रीन आप सभी ने अभी अभी घर में दाखिल होते वक़्त की दुआ याद कर लिया होगा जिसका फायदा और सवाब बहुत ज्यादा है लेकिन दुआ के बाद सलाम भी करना अच्छा माना जाता है।

अब इसके मुताल्लिक दो हदीस आपके सामने रखता हूँ जिसमे एक हदीस से होगा और दूसरा कुरान से होगा जिससे आपकी इमान ताजा हो जाएगी।

मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया की “जो शख्स घर में दाखिल होने लगे तो पहले दुआ पढ़े (जो ऊपर बताया गया है) फिर घर वालो सलाम करे।”

कुरान शरीफ: “जब तुम घर वालों में जाने लगो (और वहाँ किसी का न पाओ) तो ख़ुद अपने ही ऊपर सलाम कर लिया करो जो ख़ुदा की तरफ से एक मुबारक पाक व पाकीज़ा तोहफा है।

नाज़रीन आप सभी को घर में दखिल होने की दुआ कैसा लगा जिसमे यह सीखने को मिला की इस दुआ को पढ़ने से शैतान से महफूज़ रहते है।

और इस दुआ को अच्छी तरह से सीखने के लिए इसको तिन भाषा में लिखा गया है सबसे पहला अरबी जिसमे कुरान लिखा गया है फिर हिंदी, इंग्लिश।

दोस्तों यह इनफार्मेशन कैसा लगा और इसी तरह का हिफाज़त दुआ सीखना चाहते है तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर करे।

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